वास्तव में, अस्थमा पेशेंट्स की संख्या बढ़ना चिंता का विषय है। आपको इस घातक बीमारी से बचने के लिए लंग्स की शक्ति को बढ़ाने के कुछ उपायों का भी पता होना चाहिए।
शरीर को व्यायाम करना बहुत अधिक लाभदायक होता है। आपके चेस्ट, शॉल्डर, बाइसेप्स और ट्राईसेप्स की मसल्स को भी व्यायाम करने से फायदा मिल सकता है। और इसके लिए आप सूर्य नमस्कार के बारह सेट को जिम की जगह भी कर सकते हैं। कुल मिलाकर, शारीरिक व्यायाम बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन हमारे देश में अस्थमा से पीड़ित साढ़े तीन करोड़ लोग हैं, जिनमें से अधिकांश मानते हैं कि उन्हें व्यायाम नहीं करना चाहिए। अगर आप भी ऐसा महसूस करते हैं, तो इस झूठ से बाहर निकल जाइए क्योंकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। अस्थमा से पीड़ित लोगों को सिर्फ हाई-इंटेसिटी वर्कआउट से बचना चाहिए। अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए प्राणायाम और योग दोनों बहुत लाभदायक हैं।
कोविड के दौरान पूरी दुनिया ने ब्रीदिंग एक्सरसाइज की शक्ति को समझा था। ब्रीदिंग एक्सरसाइज लंग्स की कैपेसिटी को बढ़ाता है। देश में अस्थमा पेशेंट्स की तादाद लगातार बढ़ रही है, इसलिए फेफड़ों की शक्ति बढ़ाने की जरूरत है। छोटे बच्चों को भी ये बीमारी मार रही है। दरअसल, 80% मामलों का शुरुआत में पता नहीं चलता है और जब पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। अस्थमा के रोगों की बड़ी वजह पॉल्यूशन, बाहरी खाने का बढ़ता चलन और पेरेंट्स की स्मोकिंग की आदत हैं। स्वामी रामदेव बताएंगे कि इस घातक बीमारी की रफ्तार पर ब्रेक लगाकर फेफड़ों की ताकत को कैसे बढ़ाया जाए।
अस्थमा का कारण क्या है?
- गर्म मौसम सांसों का दुश्मन
- हवा से शरीर में धूल प्रवेश
- सूजन और इंफेक्शन रेस्पिरेट्री ट्रैक पर
- मौसम का बदलना
- एलर्जी
- हॉर्मोनल बदलाव
- अधिक चिंता
- प्रदूषित
अस्थमा की लक्षण
- बार-बार खांसी आना
- लंबे समय तक खांसी होना
- ब्रीदिंग करते समय सीटी की आवाज
- चेस्ट में जकड़न
- सांस फूलना
अस्थमा में आराम कैसे मिलेगा?
- गुनगुना पानी पीना चाहिए।
- भरपूर मात्रा में नींद लें
- गिलोय का काढ़ा पीने की आदत डालें
- तुलसी के पत्तों को चबाएं
- अनुलोम-विलोम करें
लंगों को स्वस्थ बनाएं
- बेसन रोटी खाओ
- चना खाएं
- मुलेठी चबाएं
फेफड़े फौलादी कैसे बनेंगे?
- हर दिन व्यायाम करें
- दूध में हल्दी और शिलाजीत मिलाएं
- त्रिकुटा पाउडर खाओ
- गर्म पानी पीना चाहिए।
- तला खाना से बचें
अस्थमा के लिए रामबाण
- 100 ग्राम बादाम मिलाएं
- 20 ग्राम काली मिर्च ले
- 50 ग्राम शक्कर ले
- बादाम, काली मिर्च और शक्कर को एक कप में मिलाएं।दूध के साथ एक चम्मच खाने से लाभ होगा।
रामबाण है हल्दी
दूध में कच्ची हल्दी पकाएं।
हल्दी और दूध के साथ शिलाजीत मिलाएं
हल्दी वाला दूध लंगों के लिए फायदेमंद