Real vs Fake : हमारी सेहत घी से बेहतर होती है। आजकल देसी घी सहित मिलावटी सामान की बिक्री तेज हो गई है।
Real vs Fake : अगर आप भी बाजार से लाया हुआ घी खाते हैं, तो इन पांच चरणों को अपनाकर घर पर शुद्ध घी बना सकते हैं। शरीर को घी से कई लाभ मिलते हैं। घी हमारी स्किन और सेहत दोनों को बेहतर बनाता है। शरीर को न्यूट्रिशन देने के लिए इनमें सैचुरेटेड फैट्स होते हैं। देसी घी में मिलावट आज आम है। राष्ट्रीय त्योहारों के दौरान नकली घी की बिक्री तेजी से बढ़ी है। हमेशा घर पर बनाकर खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि नकली घी शरीर को कई नुकसान पहुंचा सकती है। यदि आप बाहर से लाया हुआ देसी घी खाते हैं, तो आपको इसकी शुद्धता का पता लगाना चाहिए। इन पांच आसान तरीकों से घी की मिलावटी जानें।
5 तरीके बताते हैं कि घी शुद्ध है या नहीं
1. पैन टेस्ट: तेज आंच पर एक पैन गर्म करें. एक चम्मच देसी घी डालें और कुछ समय इंतजार करें। जब घी तुरंत पिघलकर भूरे रंग का हो जाए, तो आप जानते हैं कि यह घी असली है। यदि घी पिघलने में समय लगता है या सिर्फ पीला रंग दिखता है, तो यह नकली है।
2. हथेली पर परीक्षण करें— 1 चम्मच देसी घी को हथेली पर लगाकर 1 मिनट वेट करें। शुद्ध घी हथेली पर तुरंत पिघलने लगेगा। वहीं, नकली घी पिघलने में कुछ अधिक समय लग सकता है।
3. जल जांच: 1 गिलास पानी ले लें, अब एक चम्मच देसी घी को पानी में मिलाकर मिला लें। नकली घी कटोरी में नीचे जाकर बैठ जाएगा, लेकिन असली घी पानी में तैरता हुआ दिखेगा।
4. नमक से परीक्षण करें- पहले एक चम्मच देसी घी को गर्म करना होगा। अब चुटकी भर नमक डालें। 2 मिनट बाद देखें, असली घी का रंग नहीं बदलेगा, लेकिन नकली घी का रंग नमक से थोड़ा अलग दिखेगा।
5. फ्रीजिंग परीक्षण: पहले थोड़ा सा देसी घी गर्म करें। पकाया हुआ घी को एक बर्तन या कांच के बॉक्स में रखकर फ्रिज में रखें। थोड़ी देर बाद, कम से कम एक घंटे बाद, देखें; अगर घी असली है, तो वह पहले की तरह ही रहेगा। यदि घी नकली है, तो कांच के बर्तन में उसका रंग थोड़ा भूरा या हरा हो सकता है।
स्वीकृति: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले, विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें।