Haryana News: हरियाणा में लंबे वक्त तक राज करने वाले लाल परिवारों ने अब भाजपा की सदस्यता ले ली है। मनोहर लाल को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल भजनलाल और बंसीलाल के परिवार को भाजपा में शामिल करने का सबसे बड़ा श्रेय जाता है। हरियाणा की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चौथे लाल के रूप में अपनी मजबूत पहचान बनाई है।
Haryana News: लाल परिवारों ने हरियाणा की राजनीति में एक तूती बोली। देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल तीनों ही हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे।
मनोहर लाल ने इन तीन लालों की राजनीति के बाद हरियाणा का चौथा लाल बनकर लगभग साढ़े नौ साल तक मुख्यमंत्री रहे। अब भाजपा ने उन्हें केंद्रीय सरकार में ऊर्जा, आवासन और शहरी विकास मंत्री पद पर नियुक्त किया है।
बंसीलाल की पुत्रवधू और पोती ने बीजेपी का दामन थामा था
राज्य के इन तीन लाख लोगों के परिवार अब मनोहर लाल के नेतृत्व में भाजपा में सक्रिय हो गए हैं, जो किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए हैं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चौथे लाल के रूप में हरियाणा की राजनीति में अपनी मजबूत पहचान बनाई। राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मनोहर लाल को उनकी पहली बार करनाल से विधायक और फिर मुख्यमंत्री बनने पर राजनीतिक नौसिखिया खिलाड़ी कहते थे।
मनोहर लाल की राजनीति समय के साथ-साथ परिपक्व होती गई। इसी का परिणाम है कि मनोहर लाल ने राज्य के साढ़े नौ साल तक मुख्यमंत्री रहने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का पद हासिल किया है।
ताऊ देवीलाल के परिवार को भाजपा का सदस्य बनाया
हरियाणा की राजनीति में सक्रिय रहते हुए मनोहर लाल ने पहले हरियाणा के पूर्व उप प्रधानमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री स्व. देवीलाल के परिवार को भाजपा में शामिल करने का प्रयास किया। देवीलाल के छोटे बेटे रणजीत चौटाला ने मनोहर लाल के मंत्रिमंडल में बिजली मंत्री का पद प्राप्त किया और रानियां से निर्दलीय विधायक बने।
रणजीत चौटाला को हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए रानियां विधानसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ा। रणजीत चौटाला फिलहाल हिसार लोकसभा सीट से चुनाव हार गए हैं, लेकिन वे अब भाजपा में सक्रिय राजनीति कर रहे हैं।
विशेष रूप से, मनोहर लाल ने देवीलाल के परपोते दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा के साथ गठबंधन करते हुए उसमें भी विभाजित करने में सफलता हासिल की।
मनोहर लाल ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई और उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई को भी भाजपा में शामिल कराया था। कुलदीप के बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर से विधायक बने, लेकिन बहुत प्रयासों के बाद भी वह हिसार लोकसभा सीट से भाजपा का टिकट नहीं पा सका।
इन तीनों लाल परिवारों के मुखिया कभी मुख्यमंत्री थे
मनोहर लाल ने अब स्व. बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी को भाजपा में शामिल करवाकर तीसरे बड़े लाल परिवार को भी भगवा बनाया है। मनोहर लाल ने भाजपा में शामिल किए गए तीनों लाल परिवारों के मुखिया राज्य के मुख्यमंत्री थे।
यह और भी खास है कि हरियाणा की राजनीति में तीनों लाल परिवारों का चौथा लाल भी राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं।
मुझे और मेरे समर्थकों को आज किरण चौधरी का भाजपा में शामिल होना बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि मनोहर लाल ने पर्ची-खर्ची का सिस्टम खत्म कर दिया है। भाजपा में हमारे कार्यकर्ताओं को पूरा अवसर मिलेगा। हम आगामी विधानसभा चुनाव में पूरी शक्ति से चुनाव लड़ेंगे।
इसके अलावा, भाजपा हमें जो भी काम देगी, उस पर पूरी तरह से काम करेंगे। मनोहर लाल ने राज्य में खर्ची और पर्ची व्यवस्था को समाप्त करने का प्रयास किया है।
हरियाणा की राजनीति में अब मनोहर लाल हैं।
अब हरियाणा की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल को पीएचडी और चाणक्य कहा जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल ने पहले यह डिग्री प्राप्त की थी।
देवीलाल, भजनलाल और अब बंसीलाल के परिवारों को मनोहर लाल ने भाजपा में शामिल कर लिया है, जिससे मनोहर लाल प्रदेश की राजनीति में असली चाणक्य हैं।
किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति को भाजपा में शामिल कराने के बाद मनोहर लाल ने कहा कि भले ही उनका शरीर कांग्रेस में था, लेकिन उनका मन हमेशा भाजपा में था।