Durga Puja : बंगालियों में दुर्गा पूजा का पर्व विशेष महत्व रखता है, जो शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि से शुरू होता है।
- हालाँकि, इस बार षष्ठी तिथि को लेकर विवाद है। चलिए जानते हैं कि दुर्गा पूजा इस वर्ष 8 अक्टूबर या 9 अक्टूबर को शुरू होगी।
Durga Puja : सनातन धर्म के लोगों के लिए शारदीय नवरात्रि का महापर्व विशेष महत्व रखता है, जो 9 दिनों तक मनाया जाता है। ऋतु के दौरान हर साल शारदीय नवरात्रि पर्व मनाया जाता है, जिसका आरंभ घट स्थापना से होता है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। व्रत भी शुभ माना जाता है।
बंगाल और गुजरात में नवरात्रि पर दुर्गा पूजा का उत्सव मनाया जाता है। बंगालियों में दुर्गा पूजा का खास महत्व है। चलिए जानते हैं कि दुर्गा पूजा इस बार कब से शुरू होती है।
दुर्गा पूजा कब शुरू होगी?
वैदिक पंचांग के अनुसार, दुर्गा पूजा का उत्सव शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि से शुरू होता है और विजयदशमी पर सिंदूर खेला के साथ समाप्त होता है। 9 अक्टूबर 2024 को शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि है, और 12 अक्टूबर को विजयादशमी है। 8 अक्टूबर 2024 को बिल्व निमंत्रण दिवस होगा।
कल्परंभ की पूजा 9 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी, जो कल्परंभ दुर्गा पूजा के उत्सव की शुरुआत है। इस दिन माता दुर्गा, देवी सरस्वती, धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान कार्तिकेय पूजे जाते हैं। इस दिन लोग मां दुर्गा की प्रतिमा से अपने घरों में पर्दा हटाते हैं।
नवपत्रिका पूजा 10 अक्टूबर 2024 को होगी। इस शुभ दिन मां दुर्गा को महास्नान कहते हैं, जिसमें केला, कच्ची, हल्दी, अनार, अशोक, मनका, धान, बिल्व और जौ के पत्तियों को एक साथ बांधकर पूजा जाती है।संधि पूजा 11 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन मां दुर्गा को पूजना शुभ है।
विजयदशमी, महानवमी दुर्गा पूजा के आखिरी दिन, सिंदूर खेला का पर्व है। 12 अक्टूबर 2024 को महानवमी होगा। शहद, दही और दूध भी माता को खिलाया जाता है। महिलाएं सिंदूर मां दुर्गा को देती हैं। फिर दोनों को सिंदूर लगाते हैं।
विवरण: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है और सिर्फ जानकारी के लिए है।