CM Bhagwant Mann: पंजाब में कड़ी टक्कर वाली सीट का राजनीतिक महत्व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान हाल ही में पंजाब विश्वविद्यालय में ‘पंजाब विजन 2047 शिखर सम्मेलन’ में भाग लेने के बाद गिद्दड़बाहा पहुंचे। गिद्दड़बाहा में भगवंत मान ने दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया, जिससे पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में काफी दिलचस्पी पैदा हुई।
गिद्दड़बाहा की उच्च-दांव प्रतियोगिता
गिद्दड़बाहा में मुकाबला कड़ा है। कांग्रेस ने मौजूदा सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की पत्नी अमृता वारिंग को अपना उम्मीदवार बनाया है। दूसरी ओर, भाजपा ने इस महत्वपूर्ण सीट के लिए रणनीतिक रूप से मनप्रीत बादल को चुना है, जबकि आप ने हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को मैदान में उतारा है। अगर आप यहां जीत हासिल कर लेती है, तो यह एक बड़ी जीत होगी, जो संभावित रूप से आगामी चुनावों में पार्टी की गति को बढ़ाएगी।
सीएम भगवंत मान का फोकस गिद्दड़बाहा पर
सीएम भगवंत मान शुरू से ही गिद्दड़बाहा के प्रचार अभियान में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। आज उन्होंने डोडा और बलियाना में जनसभाओं को संबोधित किया और मतदाताओं से आप उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने आप कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की और मुख्य रणनीति साझा की तथा उन्हें जीत के लिए प्रोत्साहित किया।
पंजाब में उपचुनाव में वर्तमान में चार विधानसभा सीटें शामिल हैं: गिद्दरबाहा, डेरा बाबा नानक, बरनाला और चब्बेवाल। हालांकि, गिद्दरबाहा ने काफी ध्यान आकर्षित किया है, आंशिक रूप से इसलिए क्योंकि कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की राजनीतिक छवि दांव पर लगी है, उनकी पत्नी अमृता वारिंग कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। दूसरी ओर, भाजपा अनुभवी मनप्रीत बादल को अपना उम्मीदवार बनाकर सीट सुरक्षित करने की उम्मीद कर रही है।
आप और सीएम मान के लिए जीत का क्या मतलब हो सकता है?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आप के हरदीप सिंह डिम्पी ढिल्लों की जीत पंजाब में सीएम मान के राजनीतिक प्रभाव को मजबूत कर सकती है। ऐसी जीत कांग्रेस नेता राजा वारिंग की स्थिति को भी चुनौती दे सकती है, जिससे संभावित रूप से राजनीतिक संतुलन आप के पक्ष में झुक सकता है। हालांकि, मुकाबला चुनौतीपूर्ण बना हुआ है और हर कोई 23 नवंबर की सुबह के नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है कि गिद्दड़बाहा के राजनीतिक मुकाबले में कौन विजयी होता है।