Fatty Liver : फैटी लिवर की समस्या को जड़ से ठीक करने के लिए कई तरीके हैं, लेकिन आपको डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
Fatty Liver : फैटी लिवर एक स्थिति है जिसमें लिवर में अधिक फैट होता है। यह एक लिवर रोग है जो मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप या कोलेस्ट्रॉल से जुड़ा होता है। इससे लिवर का वजन 5 से 10 प्रतिशत बढ़ जाता है। वसायुक्त लिवर दो प्रकार के होते हैं: नॉन अल्कोहॉलिक फैटी लिवर और अल्कोहॉलिक फैटी लिवर दोनों हैं। फैटी लिवर की बीमारी गंभीर है और अगर समय रहते इसकी रोकथाम न की जाए तो इसके परिणाम और भी खराब हो सकते हैं। यहां हम यूट्यूबर और डॉक्टर सलीम जैदी के नुस्खे बता रहे हैं।
फैटी लिवर से होने वाली समस्याएं: लिवर में फैट जमने से लिवर सिरोसिस, लिवर फाइबरोसिस, लिवर फेलियर और लिवर कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, बीपी, डायबिटीज और हृदय रोग भी आम हैं।
फैटी लिवर का क्या कारण है?
खराब लाइफस्टाइल, जिसमें खाने-पीने की बुरी आदतें शामिल हैं, अक्सर फैटी लिवर की समस्या का कारण बनता है। मोटापा, उच्च रक्तचाप और अधिक शराब पीना भी शामिल है। डॉक्टर सलीम फैटी लिवर की समस्या को दूर करने के लिए एक आम मसाला बता रहे हैं।यह मसाला है हल्दी
हल्दी का उपयोग
हल्दी में ऐसे गुण हैं जो फैटी लिवर की समस्या को कम करने में मदद करते हैं। हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन एक एंटी-इंफ्लामेशन तत्व है, जो लिवर को सूजन से बचाता है। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो लिवर को ऑक्सिडेंट से बचाते हैं। हल्दी लिवर को साफ करने में भी मदद करती है और अतिरिक्त फैट को कम करती है।
क्या हल्दी खाना चाहिए?
हल्दी के एक्सपर्ट का कहना है कि रसोई में या राशन की दुकानों में मिलने वाली सामान्य हल्दी से फैटी लिवर की समस्या से छुटकारा पाना थोड़ा कठिन है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन हल्दी पाउडर में बहुत कम कर्क्यूमिन है। एक्सपर्ट लाकडोंग हल्दी का उपयोग बता रहे हैं। भारत के मेघालय राज्य में यह हल्दी पाई जाती है। इस हल्दी के गुण आपके लिवर को स्वस्थ बनाते हैं। यह हल्दी केवल उसके उच्च कर्क्यूमिन लेवल्स के लिए प्रसिद्ध है। यदि आपके पास ये हल्दी नहीं है, तो आप घर की हल्दी से अधिक मात्रा ले सकते हैं।
इस हल्दी का उपयोग कैसे करें?
हल्दी वाला दूध इस हल्दी से बनाकर पी सकते हैं।
लाकाड़ोंग काढ़ा हल्दी से पी सकते हैं।
आप इस हल्दी को खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्वीकृति: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले, विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें।