Swati Maliwal ने एक पूर्व पोस्ट में लिखा कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली महिला आयोग की 181 हेल्पलाइन को बंद करके खुद चलाने का फैसला किया है, जो मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर से स्पष्ट है।
Swati Maliwal: दिल्ली सरकार ने दिल्ली महिला आयोग की 181 हेल्पलाइन को बंद करके खुद चलाने का फैसला लिया हैं। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर दिल्ली सरकार को निशाने पर लिया।
लड़कों की आवाज सुनकर फोन छोड़ देंगी लड़कियां स्वाति मालीवाल ने एक पूर्व पोस्ट में लिखा, “दिल्ली सरकार ने जो दिल्ली महिला आयोग की 181 हेल्पलाइन बंद करके खुद चलाने का निर्णय लिया है, इसकी सच्चाई मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा ट्वीट की गई फोटो से ख़ुद ज़ाहिर होती है।” अब आदमी इस हेल्पलाइन चलाते हैं। लड़कियां जो रेप और तस्करी जैसे जघन्य अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए फोन करेंगी, वे लड़कों की आवाज सुनकर फोन रख देंगी!:”
दो से चार हजार कॉल हर दिन आते थे
उसने आगे लिखा, “वैसे भी पांच लोगों से हेल्पलाइन नहीं चलती। दिल्ली महिला आयोग की हेल्पलाइन पर हर दिन 2,000 से 4,000 कॉल आते थे, जिन्हें 45 महिला काउंसलरों ने जवाब दिया था। सभी ने सोशल वर्क या साइकोलॉजी में स्नातक किया था। एक शिफ्ट में कम से कम 20 लड़कियां हर दिन हेल्पलाइन चला रही थीं। साथ ही, ग्राउंड पर 136 महिला काउंसलर ने लड़कियों से संपर्क किया।”
अब केवल पोस्ट ऑफिस में काम करेगी
“सरकार वाली महिला हेल्पलाइन सिर्फ पहले की तरह एक पोस्ट ऑफिस का काम करेगी,” उन्होंने कहा। पुलिस को मामला भेजा जाएगा। इसलिए, 2013 से 2016 तक दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री कार्यालय में ये हेल्पलाइन काम नहीं करती थीं। ये चित्र बताता है कि क्या होगा। महिलाओं की बात बहुत संवेदनशील है। इसे हठ से नहीं बल्कि सूझ-बूझ से चलाना चाहिए। जो सिस्टम अच्छे चल रहे है, उनको बंद कर दिन-रात मेहनत करने वाली लड़कियों को बेरोजगार नहीं करना चाहिए!”