Sharad Purnima : सनातन धर्म मानने वाले लोगों के लिए शरद पूर्णिमा की रात बहुत महत्वपूर्ण है।
- रात को चांद की रोशनी में एक प्रभावशाली मंत्र का 21 बार जाप करने से साधक अपनी सभी परेशानियों से छुटकारा पा सकता है।चलिए शरद पूर्णिमा के मंत्र और इसके महत्व को जानते हैं।
Sharad Purnima : हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का खास महत्व है क्योंकि इस दिन से शरद ऋतु की शुरुआत होती है। धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि इस पावन दिन माता लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने से सभी को शुभ फल मिलेंगे। रात को चांद की रोशनी में चंद्र देव की पूजा करने से आपको पैसे की कमी से भी छुटकारा मिल सकता है और आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार 16 अक्टूबर 2024 को शरद पूर्णिमा होगी। रात में चुपचाप कुछ उपाय करने से हर किसी की किस्मत बदल सकती है। चलिए जानते हैं शरद पूर्णिमा के अचूक उपायों।
ग्रीष्म पूर्णिमा पर उपाय
शरद पूर्णिमा के दिन घर में खुद की खीर बनाएं। उस खीर को रात को चांदी के बर्तन में डालकर उसे चांद की रोशनी में रखें। अगर यह संभव है, तो उस खीर में चांदी का एक सिक्का भी डालें। यदि आप अपनी कोई इच्छा पूरी करना चाहते हैं, तो खीर पर जाकर उसे बताएं। उस खीर को पूरी रात चांद की रोशनी में रखकर छोड़ दें। उस खीर को अगले दिन देवी-देवताओं की पूजा करने के बाद प्रसाद के रूप में खाएं। इस उपाय से आपका जीवन सुखमय होगा। उसकी इच्छाएँ पूरी होंगी और उसका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
यदि आप शरद पूर्णिमा के दिन खीर को पूरी रात चांद की रोशनी में नहीं रख सकते, तो भी आपको चंद्र देव और धन की देवी माता लक्ष्मी की कृपा मिल सकती है। शरद पूर्णिमा के दिन खीर बनाएं और उसे रात में सूर्य की रोशनी में रखें। इसके साथ वहां कुछ देर बैठें। इस दौरान 21 बार मंत्र ॐ चन्द्रमसे नमः जाप करें। मंत्र जाप करने के बाद खीर घर लाकर खाएं। इस तरीके से आपकी हर इच्छा पूरी होगी। उस खीर को खाने से आपके स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है।
शरद पूर्णिमा की रात आमजन के अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं को भी चांद की रोशनी में बैठना चाहिए। इससे उनके बच्चों को च्रंद देव की कृपा मिलेगी, जिससे वे स्वस्थ बच्चे पैदा कर सकेंगे।
विवरण: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है और सिर्फ जानकारी के लिए है।