Saint Premanand: हाथरस दुर्घटना के बाद प्रेमानंद ने बड़ा निर्णय लिया है। संत प्रेमानन्द ने रोजाना तड़के भगदड़ में 121 लोगों की मौत से सबक लेते हुए अनिश्चितकाल के लिये अपनी पदयात्रा बंद कर दी है।
Saint Premanand ने रोजाना तड़के हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत से सबक लेते हुए अनिश्चितकाल के लिये अपनी पदयात्रा बंद कर दी है। संत के दर्शन करने के लिये बहुत से लोग पदयात्रा पर जाते हैं। रोजाना रात करीब दो बजे संत प्रेमानन्द छटीकरा मार्ग स्थित अपने घर से परिक्रमा मार्ग पर अपने आश्रम श्रीहित राधा केली कुंज पहुंचते हैं। यहां उनके प्रवचन और एकांतिक वार्ता का कार्यक्रम होता है।
संत को देखने के लिए करीब दो किलोमीटर दूर भक्तों की भीड़ जुटती है। ललियत भक्तों का दर्शन संत के परिकरों द्वारा नियंत्रित होता है। भीड़ के कारण पदयात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है। श्रीहित राधा केली कुंज ने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया पेज भजन मार्ग पर अपील की है। जिसमें कहा गया है कि हाथरस में हुई घटना बहुत ही हृदय विदारक और अत्यंत दुःखद है, हम सभी उनके परिजनों के साथ गहरी सवेदनाएं व्यक्त करते हैं। ठाकुर जी के चरणों में प्रार्थना है कि भविष्य में ऐसा कुछ न हो।
उपरोक्त घटना के संदर्भ में सावधानी बरतते हुए महाराजजी, जो पद यात्रा करते हुए रात्रि 02:15 बजे से श्री हित राधा केलि कुंज जाते थे, जिसमें सब दर्शन पाते थे, अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया। कृपया रात्रि में कोई भी श्रद्धालु दर्शन करने के लिए रास्ते में खड़े नहीं हों, और न ही कोई भीड़ बनाएं।