Karwa Chauth : जब चांद निकलने से पहले ही करवा चौथ का व्रत टूट जाए तो क्या करें? धार्मिक नियमों को जानें

Karwa Chauth : जब चांद निकलने से पहले ही करवा चौथ का व्रत टूट जाए तो क्या करें? धार्मिक नियमों को जानें

Karwa Chauth : करवा चौथ के व्रत को बहुत कठिन माना जाता है क्योंकि इस उपवास के दौरान अन्न और जल नहीं खाया जाता है।

  • यदि आपका ये व्रत अचानक टूट जाता है, तो आप अपनी गलती का प्रायश्चित कर सकते हैं। चलिए करवा चौथ व्रत के नियमों को जानते हैं।

Karwa Chauth : करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। विवाहित महिलाएं इस शुभ दिन निर्जला व्रत रखती हैं ताकि उनके पति लंबे समय तक स्वस्थ रहें। करवा चौथ का व्रत शाम में पति के हाथों से पानी पीकर और मिठाई खाकर खुला जाता है। इसी तरह भगवान गणेश, माता करवा और देवी पार्वती की पूजा भी शुभ माना जाता है।

करवा चौथ का व्रत बहुत कठिन है क्योंकि उपवास के दौरान न तो कुछ खाने और न ही पानी पीने की अनुमति है। लेकिन हर सुहागिन महिला अपने पति की लंबी आयु के लिए ये व्रत करती है। हालाँकि, कभी-कभी अनजाने में ये व्रत खंडित भी हो सकते हैं। यदि किसी कारणवश आपका भी करवा चौथ का व्रत टूट जाए, तो घबराए नहीं; आप अपनी गलती को सुधारने के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं। चलिए शास्त्रों में बताए गए उन नियमों के बारे में जानते हैं, जिन्हें आप अपनी गलती का प्रायश्चित कर सकते हैं।

करवा चौथ कब होगा?
वैदिक पंचांग के अनुसार, हर वर्ष आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है। 20 अक्टूबर को आश्विन की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि प्रातः 06 बजकर 46 मिनट से शुरू होगी और 21 अक्टूबर को प्रातः 04 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में, इस बार उदयातिथि के आधार पर 20 अक्टूबर 2024 को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। देवी-देवताओं की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम में 5 बजे 46 मिनट से सात बजे 09 मिनट तक है, और चांद शाम को 07:54 मिनट के आसपास निकलता है।

करवा चौथ का व्रत समाप्त होने पर क्या करें?
यदि आपका व्रत टूट गया है, यानी आपने पानी पीया या कुछ खाया है, तो चांद निकलने से पहले ही सबसे पहले स्नान करें। स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें। अपनी गलती के लिए देवी करवा, भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश से माफी मांगे। इसके बाद व्रत रखें। शाम में पूरे विधान से चंद्र देवता की उपासना करें और उन्हें जल से अर्घ्य दें। इस दौरान आप अपनी गलती के लिए चंद्र देव से माफी भी मांगें। व्रत करने से पहले एक रुद्राक्ष की माला से शिव और चंद्र मंत्र जाप करें।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रत्येक बुराई से बचने के लिए दान करना सबसे अच्छा है। यदि किसी कारण से आपका करवा चौथ का व्रत टूट जाता है, तो व्रत के दिन अपनी क्षमता अनुसार 16 श्रृंगार के सामान दान करें। शास्त्र कहते हैं कि यदि कोई महिला इन उपायों को सच्चे मन से करती है, तो उनका व्रत खंडित नहीं माना जाता है। चंद्र दोष भी नहीं लगता है।

विवरण: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है और सिर्फ जानकारी के लिए है।

 

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