Haryana Assembly Election : बीजेपी को शैलजा पर मेहरबानी से क्या मिला? भगवा पार्टी ने राजनीतिक बिसात पर खाली हाथ छोड़ा

Haryana Assembly Election : बीजेपी को शैलजा पर मेहरबानी से क्या मिला? भगवा पार्टी ने राजनीतिक बिसात पर खाली हाथ छोड़ा

Haryana Assembly Election : कांग्रेस के टिकटों में उम्मीदवारों की सूची में बदलाव देखा जा सकता है। पार्टी ने हुड्डा के करीबी उम्मीदवारों को टिकट दिया है

Haryana Assembly Election : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कुमारी शैलजा को बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था। शैलजा ने खट्टर पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास बहुत अधिक राजनीतिक अनुभव है। इसलिए उन्हें सलाह नहीं देना चाहिए।

Haryana Assembly Election: बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा कांग्रेस की नेता कुमारी शैलजा को बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने दलितों का अपमान उठाकर शैलजा के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा। कांग्रेस ने टिकटों का ऐलान करने के बाद पिछले दस दिनों से शैलजा की चुप्पी ने चर्चा को जन्म दिया, जबकि बीजेपी ने दलितों के वोटों को जीतने का दांव चला। बीजेपी ने शैलजा के नाम पर कांग्रेस को बदनाम किया है, लेकिन शैलजा इससे लाभ उठाया है।

कांग्रेस के टिकटों में उम्मीदवारों की सूची में बदलाव देखा जा सकता है। पार्टी ने हुड्डा के करीबी उम्मीदवारों को टिकट दिया है। शैलजा के उम्मीदवारों को भी टिकट मिले हैं, लेकिन बहुत कम हैं। हुड्डा के समर्थक उम्मीदवारों की संख्या 70 से अधिक है, जबकि शैलजा के समर्थक उम्मीदवारों की संख्या 9 से अधिक है। शैलजा ने इस बात को समझा और प्रचार से दूर दिल्ली आ गईं। विपक्षी पार्टियों ने कांग्रेस को शैलजा के प्रचार से दूर होने का आरोप लगाया। बीजेपी सबसे मुखर रही और दलित नेताओं को बीजेपी में शामिल होने की पेशकश की।

कांग्रेस नेतृत्व ने शैलजा की नाराजगी को लेकर मीडिया में खबरें आने लगीं, जिससे लोग सवाल करने लगे। शैलजा ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की। शीर्ष नेतृत्व के शैलजा से मुलाकात करने के बाद, दोनों नेताओं के बीच क्या चर्चा हुई, लेकिन उनका पक्ष मजबूत हुआ है। अब हरियाणा में शैलजा को कोई नहीं नकार सकेगा। अब शैलजा पार्टी नेतृत्व का भरोसा और प्रतिबद्धता के साथ प्रचार में उतरेंगी।

समाचारों के अनुसार, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा कांग्रेस के नेताओं को एकजुट होने का आदेश दिया है। शैलजा ने इसके बाद पार्टी अध्यक्ष खरगे से मुलाकात की। रिपोर्टों के अनुसार, कुमारी शैलजा 26 सितंबर से फिर से चुनाव प्रचार में भाग लेंगी। 5 अक्टूबर को हरियाणा में मतदान होना है

बीजेपी को कुछ नहीं मिला
जबकि हरियाणा में बीजेपी ने जाट और दलित मतदाताओं को कांग्रेस से अलग करने का प्रयास किया था, शैलजा ने एक निजी टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम में कहा कि उनका राजनीतिक अनुभव बीजेपी के कई नेताओं से अधिक है। इसलिए आपको उनकी सलाह देने की आवश्यकता नहीं है। शैलजा ने दावा किया कि पार्टी को कोई विरोध नहीं है। क्या करें? शैलजा और सभी पार्टी इसे निर्धारित करेंगे। शैलजा ने हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा किया। कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने भी शैलजा को हमारी बहन बताया। नेताओं को सम्मान मिलता है। कांग्रेस में किसी ने जो कुछ कहा है, उसे पार्टी में स्थान नहीं मिलेगा।

Related posts

CM Nayab Saini: धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में 28 नवंबर से 15 दिसंबर तक 9वां अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाया जाएगा ।

CM Nayab Saini: हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री के फिट इंडिया विजन को सफल बनाने के लिए संकल्पबद्ध

CM Nayab Saini: किसानों के खेतों से गुजरने वाली हाई टेंशन बिजली की लाइनों के लिए मुआवजा नीति बनाई

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Read More