Delhi Election 2025: 2015 में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने नुपुर शर्मा को उतारा था, और 2020 में सुनील कुमार यादव को। लेकिन केजरीवाल दोनों बार विजयी रहे।
Delhi Election 2025: दिल्ली में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज होने लगी है। बीजेपी ने कई दशकों से सत्ता से बाहर रही बीजेपी को इस बार दिल्ली में जीत हासिल करने की उम्मीद की है। आम आदमी पार्टी को पिछले दस वर्षों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने पर उम्मीद है कि वह पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सत्ता में आएगी। पार्टी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा अरविंद केजरीवाल होगा। हालांकि, बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, यह अभी तय नहीं है
बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को चुनौती देने की तैयारी शुरू कर दी है। नई दिल्ली की विधानसभा की सीट इसमें सबसे विशिष्ट है। अरविंद केजरीवाल ने इस सीट पर लगातार जीत हासिल की है। 2013, 2015 और 2020 में केजरीवाल ने इस सीट पर जीत हासिल की है। ध्यान देने वाली बात यह है कि बीजेपी ने 2014 और 2019 में नई दिल्ली की लोकसभा सीट जीती थी। लेकिन बीजेपी के उम्मीदवार केजरीवाल इस सीट पर चुनाव जीतने में असफल रहे।
अरविंद केजरीवाल ने नुपुर शर्मा को हराया
2015 में केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने नुपुर शर्मा को उतारा था, और 2020 में सुनील कुमार यादव को। लेकिन केजरीवाल दोनों बार विजयी रहे। कहा जा रहा है कि केजरीवाल एक बार फिर नई दिल्ली, उनकी सुरक्षित सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। यदि ऐसा होता है, तो वह इस सीट से चौथी बार चुनाव लड़ेंगे। केजरीवाल जीत के मैदान में होंगे।
बीजेपी भी इस सीट पर केजरीवाल को हराना चाहेगी। बीजेपी एक मजबूत उम्मीदवार को उतारने की योजना बना रहा है। बीजेपी में एक समूह चाहता है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को केजरीवाल के खिलाफ विधानसभा चुनाव में उतारा जाए। वहीं, 2024 में नई दिल्ली से लोकसभा चुनाव जीतने वाली बांसुरी स्वराज भी बीजेपी का एक विकल्प है।
क्या मनोज तिवारी अरविंद केजरीवाल का मुकाबला करेंगे?
युवाओं और महिलाओं में बांसुरी स्वराज बहुत लोकप्रिय हैं और वह आम आदमी पार्टी पर कई मुद्दों पर हमलावर भी रहीं हैं। इसके अलावा तीन बार लोकसभा का चुनाव जीतने चुके मनोज तिवारी को भी बीजेपी केजरीवाल के सामने उतार सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट नहीं मिलने वाले सांसदों को विधानसभा चुनाव 2025 में टिकट मिलेगा।