CM Nayab Saini: हरियाणा विधानसभा में कांग्रेसी ने स्पीकर वैल तक वॉकआउट नहीं किया
CM Nayab Saini : बृहस्पतिवार को हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के बाद सीएम नायब सिंह सैनी ने उत्तर दिया। उन्होंने हंसते हुए उत्तर दिया, “जैसा माहौल, वैसा मंजर..।” CM ने गुबार का समंदर समेटा।’
विपक्ष के विधायकों के नाम ले-लेकर सीएम सैनी ने हर मुद्दे पर जवाब दिया। विपक्ष ने मांग की कि विधानसभा की अवधि एक दिन और बढ़ाई जाए। अब शीतकालीन सत्र 19 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ कई मुद्दों पर उनकी ‘भिड़ंत’ भी हुई। कांग्रेस ने भी वॉकआउट करने की कोशिश की, लेकिन नायब सिंह सैनी ने अपनी विशिष्ट शैली के चलते उन्हें वॉकआउट नहीं करने दिया।
नायब सैनी ने हुड्डा की चिंताओं को बीच में छोड़ दिया। सवा घंटे से अधिक के अपने उत्तर में, उन्होंने हंसते हुए विपक्ष पर हमले किए और भाजपा सरकार के दस वर्षों की उपलब्धियों और वर्तमान सरकार के अभी तक के निर्णयों का भी उल्लेख किया। छह से सात बार कांग्रेस ने जवाब का बहिष्कार किया।
CM सैनी ने कहा कि कांग्रेस नेता चुनाव में 50 वोटों पर एक पद देने की घोषणा कर रहे थे। यह सुनकर हुड्डा क्रोधित हो गए और कहा कि अगर इसी तरह की बातें करनी हैं तो हम सदन छोड़कर चले जाते हैं। नाराज कांग्रेस विधायक स्पीकर वेल तक पहुंच गए। उन्होंने वीडियो दिखाने की मांग की तो सीएम ने कहा, वह भी दिखा देंगे। कांग्रेसियों ने वॉकआउट करने की भी कोशिश की लेकिन नायब सैनी ने उन्हें नहीं जाने दिया। “हुड्डा साहब! हमने बहुत कुछ सीखा है और अभी आपसे बहुत कुछ सीखना भी है,” CM ने कहा।’ ढाई घंटे में मुख्यमंत्री ने आंकड़ों के साथ विपक्ष पर हमला बोला।
कांग्रेस का ही पोर्टल बंद
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने भी इस मामले में लोगों को गुमराह किया, जब वे परिवार पहचान-पत्र की त्रुटियों को दूर करने का दम भरते हैं। हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर वे पोर्टल को बंद कर देंगे। प्रदेश की जनता ने सिर्फ कांग्रेस की वेबसाइट को बंद कर दिया। इस पर हुड्डा उखड़ गए। CM ने फिर से उन्हें बाहर जाने से रोक दिया।
हुड्डा साहब, आगे भी सहयोग करेंगे।
विधानसभा सत्र इस बार बिना नेता प्रतिपक्ष के चला है। इस पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री को ही विपक्ष का नेता बताया। “अभी आप नहीं बने हैं, लेकिन मैं जानता हूँ कि आप ही नेता प्रतिपक्ष बनेंगे,” उन्होंने कहा। कांग्रेस का पत्र बहुत जल्द आ जाएगा। हुड्डा ने कहा, “इससे आपको क्या लेना-देना?”सैनी ने इस पर कहा, “आप पिछले 10 वर्षों से हमारा सहयोग कर रहे हैं।” उम्मीद है कि वे आगे भी ऐसा करेंगे।’
पिता के पदचिह्नों पर न चलें
मुख्यमंत्री ने कैथल के विधायक आदित्य सिंह सुरजेवाला द्वारा सदन में एक किसान की आत्महत्या का मुद्दा उठाते हुए कहा, “आदित्य जी! आपका लम्बा करिअर है।” आप अपने पिता के मार्ग पर नहीं चलना चाहिए।’ कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताई तो सैनी ने कहा, “रणदीप सिंह सुरजेवाला भी हमारे सम्मानित हैं और राज्यसभा सदस्य हैं।”’ हुड्डा ने सैनी पर चुटकी लेते हुए कहा कि आप भी कैबिनेट मंत्री अनिल विज की हत्या की आशंका संबंधी मामले की जांच करवा दें। इस पर सैनी ने कहा कि विज साहब एक शक्तिशाली मंत्री हैं। आपको उनकी चिंता नहीं करनी चाहिए। वैसे भी, यह हमारे घर की बात है।
जब स्पीकर ने भी चुटकी ली, मुख्यमंत्री लगभग ढाई घंटे तक विपक्ष के विधायकों के नाम ले-लेकर उनके आरोपों पर प्रतिक्रिया देते रहे। स्पीकर हरविंद्र सिंह कल्याण को सदन का समय बार-बार बढ़ाना पड़ा। अंत में, उन्होंने चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री से कहा, “सीएम साहब! कुछ विधायक जानना चाहते हैं कि बिना रुके इतनी देर तक बोलते रहने का राज क्या है?” मुख्यमंत्री इस पर हँस पड़े।’