- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीदी सभा के दौरान मत्था टेकने आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है।
- अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े
CM Bhagwant Mann: श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों की शहादत को समर्पित शहीदी सभा के दौरान गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुद्वारा साहिब को जाने वाली सड़कों को पैच फ्री बनाने के लिए 95.54 लाख रुपये जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह फंड बस्सी संघोल रोड, जोधपुर से महद्दियां रोड, सरहिंद चुन्नी रोड से घुमांदगढ़, सरहिंद चुन्नी रोड से दुफेरा, नोगावां से लोहारी रोड, बस्सी से दधेरी वाया झटकेला खेड़ी, फिरोजपुर, बाग सिकंदर,
खरड़ बस्सी रोड से घुमांदगढ़, बस्सी संघोल रोड से कोटला मकसूद वाया अब्दुलापुर महदूदां, खेड़ी नौध सिंह से बस्सी पठाना से एमसी लिमिट वाया बौर व अन्य को पैच फ्री बनाने के लिए जारी किए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने इस उद्देश्य के लिए जिला प्रशासन को जरूरी फंड जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह काम तेजी से व उत्साह से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहीदी सभा के दौरान पवित्र तीर्थस्थल पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सभी जरूरी सुविधाएं प्रदान करना राज्य सरकार का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल दसवें सिख गुरु के परिवार द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान के लिए राज्य सरकार की ओर से एक विनम्र श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फतेहगढ़ साहिब की पवित्र धरती न केवल सिखों बल्कि पूरी मानवता को प्रेरित करती है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी के शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि देने आते हैं। छोटी उम्र में साहिबजादों के बेमिसाल बलिदान पर प्रकाश डालते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि विश्व इतिहास में ऐसा उदाहरण कहीं और नहीं मिलता।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाएं, ताकि पवित्र तीर्थस्थल पर माथा टेकने के दौरान उन्हें किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह श्रद्धालुओं की सेवा में कोई कसर न छोड़े, इसके लिए पूरी व्यवस्था की व्यक्तिगत तौर पर निगरानी करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पवित्र तीर्थस्थल पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को परेशानी रहित अनुभव सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाएं।