Manoharlal Khattar : बीजेपी, जो हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने की कोशिश कर रही है, को हार का भय इतना सता रहा है कि उसे अपनी रणनीति बदलनी पड़ी है।
- पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का चित्र अपने पोस्टरों से हटा दिया है।
Manoharlal Khattar : हरियाणा चुनाव प्रचार में सिर्फ दो दिन शेष हैं। बीजेपी ने तीसरी बार सत्ता में वापसी के लिए प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, जबकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आखिरी दिनों में हरियाणा संकल्प यात्रा करके कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच, बीजेपी का पोस्टर चर्चा में है। हरियाणा में बीजेपी की सरकार के मुखिया रहे मनोहरलाल खट्टर इन दिनों पूरी तरह से बीजेपी के पोस्टरों से गायब हैं। यही कारण है कि खट्टर बीजेपी का प्रसिद्ध प्रचारक है, लेकिन पोस्टर पर नहीं है। आइए पता करें ऐसा क्यों हो रहा है?
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा का सीएम बनाया। पार्टी ने इस बदलाव से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पर बढ़त हासिल करना चाहा था, लेकिन इससे पार्टी को बहुत लाभ नहीं हुआ। पार्टी ने खट्टर को चुनाव लड़वाया, लेकिन वे करनाल से सांसद चुने गए। इसके बाद वे मोदी कैबिनेट में शहरी और आवास मामलों का मंत्री बन गए।
बीजेपी के छोटे पोस्टरों में भी प्रधानमंत्री मोदी का चित्र एक और महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है। जैसा कि हर बार होता है, इस बार भी हरियाणा में पार्टी के पोस्टरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो है, हालांकि यह थोड़ा छोटा है। बीजेपी के इस बार के पोस्टरों में आम आदमी का चेहरा सबसे अधिक दिखाई देता है। सत्ताविरोधी लहर ने बीजेपी को नई रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया है।
पोस्टरों में आम लोगों को तवज्जो लोकसभा चुनाव के बाद सीएम सैनी ने बजट लाकर सरकार के प्रति गुस्से को कम करने का प्रयास किया। उन्ही ने हरियाणा अंत्योदय परिवार कार्ड योजना की शुरुआत की। पोस्टर पर एक परिवार के चेहरे को ही चुनाव प्रचार में दिखाया गया है। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि दस साल तक सत्ता में रहने के बाद जनता में सत्ताविरोधी भावना पैदा होना स्वाभाविक है। CM को बदलना था और नई रणनीति बनानी थी। हम कर रहे हैं।
हरियाणा में बीजेपी प्रत्याशी मनोहरलाल खट्टर का नाम लेना तक नहीं चाहते क्योंकि वे पोस्टरों से ही नहीं भाषणों से भी गायब हैं। गुरुग्राम के बादशाहपुर से चुनाव लड़ रहे राव नरबीर सिंह अपने भाषणों में सीएम सैनी की बहुत प्रशंसा करते हैं, लेकिन खट्टर का नाम तक नहीं लेते। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी हरियाणा में अपने प्रचार में पूर्व मुख्यमंत्रियों को पोस्टरों और भाषणों से दूर करके अपने प्रति जनता के गुस्से को किस हद तक कम कर पाती है।