Delhi Assembly Elections: दिल्ली की सियासत का रंग बदल रहा है जैसे-जैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024 के करीब आ रहा है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक हर दिन जनसभाएं करते हैं। साथ ही, उन्होंने संकेत दिया है कि पार्टी आगामी चुनाव में कई नेताओं का टिकट काट सकती है।
दिल्ली के अगले विधानसभा चुनाव में तीन महीने से भी कम समय बचा है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव की तैयारियों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया। पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी हर दिन जनसभाओं और पदयात्राओं में हिस्सा लेते हैं। यही जनसभाओं में केजरीवाल ने एक महत्वपूर्ण संकेत दिया है, जिसके बाद प्रश्न उठने लगा है कि क्या आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में अपने कई विधायकों को खो सकती है।
किराड़ी विधानसभा में एक जनसभा में केजरीवाल ने कहा कि वे चुनाव में बहुत सोच समझ के टिकट देंगे। किसी को भी टिकट नहीं देना है। केजरीवाल ने कहा कि मेरे कोई भी रिश्तेदार या भाई भतीजा राजनीति में नहीं है, इसलिए मैं परिवारवाद नहीं करता. लेकिन दिल्ली की सत्तर सीटों पर आपको पता नहीं है कि किसको टिकट मिला है, बल्कि आपको पता है कि केजरीवाल चुनाव लड़ेगा।
पार्टी टिकट देने से पहले मंथन कर रही हैं
सोमवार को हुई जनसभा में केजरीवाल ने जो कुछ कहा, वह पार्टी के नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं को एक संकेत था कि आगामी विधानसभा चुनाव में कई वर्तमान विधायकों के टिकट कट सकते हैं, जिसके लिए पार्टी पहले से ही तैयारियों में लगी हुई है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि पार्टी कई स्तरों पर अपने मौजूदा विधायकों के क्षेत्र में सर्वेक्षण कर रही है. इस सर्वेक्षण में कई पैरामीटर शामिल हैं, जिसमें विधायकों के कामकाज की समीक्षा, उनके क्षेत्र की जनता के प्रति विधायक का रवैया, उनके प्रति जनता की राय और उन सीटों पर अन्य संभावित उम्मीदवारों की राय शामिल हैं।
केजरीवाल ने अब अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को टिकट काटने के बाद पार्टी में किसी तरह की नाराज़गी या विद्रोह को रोकने की कोशिश की है। साथ ही, अरविंद केजरीवाल ने इस चुनावी सभा में कहा कि जब मैं जेल से बाहर आया तो बहुत लोगों ने कहा कि केजरीवाल अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाएगा, लेकिन उनका कोई दिलचस्पी नहीं है।
केजरीवाल की पदयात्रा
दिसंबर के आखिरी सप्ताह तक चलने वाली अरविंद केजरीवाल की पदयात्रा का दूसरा चरण दिल्ली में शुरू हो गया है।पार्टी फिलहाल अपने सभी 70 सीटों पर मौजूदा विधायकों के अलावा अन्य संभावित उम्मीदवारों पर विचार कर रही है। कांग्रेस के नेता मतीन अहमद और बीजेपी के नेता प्रमोद सिंह तंवर ने हाल ही में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं।
दोनों नेताओं को उनके क्षेत्र से ही पार्टी टिकट दे सकती है। इससे मौजूदा विधायकों के टिकट स्पष्ट रूप से कट सकते हैं। साथ ही, उन सीटों पर जहां आम आदमी पार्टी चुनाव हार गई या उनके विधायकों ने दूसरी पार्टियों का दामन थाम लिया, नए चेहरों को मौका मिलेगा।