TEETH HEALTH : सफेद और चमकदार दांत बहुत सुंदर दिखते हैं। तुम्हारे सुंदर सफेद दांत सिर्फ आपके चेहरे का सौंदर्य नहीं बढ़ाते।
- आपके दांत आपकी सेहत से जुड़े कई छिपे हुए राज भी बताते हैं। आइए जानते हैं।
TEETH HEALTH : हमारी पर्सनालिटी दांतों से सुंदर होती है। हम एक अच्छी स्मृति से हार को जीत में बदल सकते हैं। शायद इसलिए हम अपने दांतों को अधिक ध्यान देते हैं। सफेद मोती जैसे दांत आपके आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं। लेकिन दांतों का कार्य सिर्फ इतना ही है? नहीं, हमारे दांत गंभीर बीमारियों की सूचना दे सकते हैं। यदि इन्हें समय रहते न समझा जाए तो समस्या बढ़ सकती है। चलिए, आप सब कुछ जानते हैं।
दांतों से दिल की सेहत का संकेत इस तरह समझें
ओरल हेल्थ से पीड़ित लोगों में हृदय रोग का खतरा भी बढ़ जाता है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, इन्हें अक्सर मसूड़ों से खून आता है या दांत गिरते हैं। दिल की बीमारी का खतरा सबसे अधिक मसूड़ों वालों में रहता है। इन लोगों में दिल का दौरा या दिल का दौरा होने की अधिक संभावना होती है।
पोषक तत्वों का अभाव
मुंह में छाले या अल्सर आना एक स्पष्ट संकेत है कि आप एनीमिया से पीड़ित हैं। खून की कमी से जुड़ी एक गंभीर बीमारी एनीमिया है। यदि आपका डेंटिस्ट मुंह के छाले या अल्सर का कारण नहीं खोज पा रहा है, तो आपको सीबीसी ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए। ये सभी लक्षण बी-12 की कमी का संकेत हैं।
इलेक्ट्रिक बाउल डिजीज (IBD)
इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, एक गंभीर आंतों की बीमारी है, जो आपके मुंह से लेकर आपकी गट की सेहत को प्रभावित करती है। जीभ पर सफेद परत जमना या मुंह सूखना इस बीमारी का संकेत है। इन संकेतों को गंभीरता से लेना जरूरी है क्योंकि इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से पीड़ित लोगों को उठना और बैठना भी मुश्किल हो जाता है।
डिमेन्सी
लंबे समय तक मसूड़ों की सेहत खराब होना, मसूड़ों से खून आना, दर्द होना या दांत गिरना मनोभ्रंश या डिमेनशिया का लक्षण है, जैसा कि कई अध्ययनों ने पाया है। डिमेनशिया, भूलने या कमजोर याददाश्त के कारण होता है। यह बीमारी भी मनुष्य की सोचने-समझने की क्षमता को कम करती है।
दबाव
अगर आपके दांत घिस गए हैं या टूट गए हैं, तो आपको किसी अज्ञात तनाव में होना चाहिए। रात को सोते समय इन लोगों को तनाव की समस्या अधिक होती है। तनाव के अन्य लक्षणों में गर्दन, जबड़े, सिर और कानों में दर्द शामिल हैं।
लिवर की सुरक्षा
क्वीन्स यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन के अनुसार, दांतों, मसूड़ों और मुंह के अल्सर की नियमित समस्याओं वाले लोगों में लिवर कैंसर का खतरा अधिक होता है। इन लोगों में लगभग 75% लोगों में लिवर कैंसर का खतरा रह सकता है। साइंटिस्टों ने अपनी खोज में एक बैक्टीरिया पाया है जो पहले कैविटी बनाता है, जो बाद में कैंसर का कारण बनता है।
मैनोपोज
महिलाओं में एक उम्र के बाद मेनोपॉज होता है, जिससे उनमें ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इनके मसूड़ों और दांतों पर भी असर होता है। महिलाओं में मेनोपॉज के बाद मसूड़े, दांत और जीभ में सूजन, जलन और छाले की समस्या अधिक होती है।
स्वीकृति: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले, विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें।